Tuesday, June 14, 2011

अन्ना हजारे को इस कुचक्र में फंसने से बचना चाहिए


यह जितना आपत्तिजनक है उतना ही निराशाजनक भी कि कांग्रेस और केंद्र सरकार बाबा रामदेव के बाद अब अन्ना हजारे पर भी निशाना साधने में जुट गई है। पहले कांग्रेस के प्रवक्ताओं और फिर केंद्रीय वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी ने जिस तरह अन्ना हजारे के रवैये के बहाने उनकी मांगों को खारिज किया उससे इस आशंका की पुष्टि हो रही है कि सरकार ने भ्रष्टाचार के मुद्दे से देश का ध्यान हटाने के लिए कोई नई चाल चली है। यह एक तरह का कुचक्र है। अन्ना हजारे को इस कुचक्र में फंसने से बचना चाहिए।

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